प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार को जौनपुर पहुंचे।

जौनपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार को 1:30 बजे प्रदेश के राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव के पैतृक आवास समसपुर पनियरिया पहुंचे। यहां उनके पिता स्वर्गीय सवधू यादव के निधन पर शोक जताते हुए उन्होंने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके अपनी श्रद्धांजलि दिया। इसके बाद वह सीधे घर के अंदर उनकी माता श्रीमती राजपति देवी समेत पूरे परिवार जनों से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करीब 10 मिनट तक परिजनो से मुलाकात के बाद वह घर के बाहर निकले। उन्होंने पुलिस रस्सी घेरा के अंदर होकर वहां मौजूद भीड़ व कार्यकर्ताओं से हाथ हिलाकर अभिवादन किया। इस दौरान भीड़ से आवाज आई जय श्री राम , राधे राधे, भीड़ की हलचल पर पुलिस प्रशासन सकते में आ गया। हालांकि मुख्यमंत्री ने किसी बात पर ध्यान न देते हुए वह सीधे विशेष सुरक्षा वाली फॉर्च्यूनर कार में बैठकर हेलीपैड स्थल की ओर रवाना हो गये। जहां करीब 1:45 पर वह हेलिकॉप्टर से वाराणसी के लिए रवाना हो गया। इसके पूर्व हेलीपैड स्थल पर भाजपा के पूर्व विधायक गुलाब सरोज, अध्यक्ष मनोरमा मौर्य समेत अन्य जनप्रतिनिधियों विधायकों से मुलाकात की। वहां डीआईजी वैभव कृष्ण, जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र सिंह, एसपी डॉक्टर कौस्तुभ से जिले के हालात के बारे में जानकारी ली। पुलिस व्यवस्था चाक चौबंद रही।
इस अवसर पर सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियंत्रण कैबिनेट मंत्री डॉ स्वतंत्रदेव सिंह उनके साथ हेलीकॉप्टर से वाराणसी के लिए रवाना हो गए।
छतो से पुलिस की पैनी नजर
जौनपुर। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जहां सभी प्रशासनिक विभाग हाईअलर्ट पर रहे। एक किलोमीटर के राउंड पर आने जाने वाले लोगों पर ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही थी। खेत खलियानों से लेकर छतो व पेड़ों पर पुलिस मुस्तैद रही । हर आने जाने वाले लोगों पर वहां से पैनी नजर बनी हुई थी ।
इसके साथ ही सड़क या किसी भी मार्ग से आने जाने वालों की सघन जांच भी की जा रही थी।
लोगों की छानबीन कर ही उन्हें प्रवेश दिया जा रहा था ।उधर हेलीकॉप्टर स्थल पर उतरते ही दूर से देखने वाले लोग चिल्लाने लगे, लेकिन सुरक्षा के बीच हेलीपैड स्थल तक कोई नहीं पहुंच सका दूर से ही शोर करते रहे । सादे ड्रेस में महिला व पुरुष पुलिस घर से लेकर बाहर तक भीड़ में भी तैनात थे। राज्यमंत्री के घर से करीब 500 दूर सभी पार्किंग की व्यवस्था की गई थी । वहां से लोग उनके घर तक पैदल ही पहुंच रहे थे और उनके घर कि किसी भी नेता से नहीं मिले न ही बातचीत नहीं किया । वहां मौजूद सभी का उन्होंने हाथ हिलाकर अभिवादन किया.





